Monday, January 11, 2010

क्यों मुझको छोड़ न पाए . . .




अगर चाहत ही थी तुमको, क्यों मुझको मोड़ न पाए ?

अपनी सांसों की डोरी से, क्यों मुझको जोड़ न पाए ?

इसे इक सात फेरों का बंधन, कह दिया कैसे ?

अगर तुम उनके हो गए थे, क्यों मुझको छोड़ न पाए ?

4 comments:

  1. agar tum unake ho gaye the kyon mujhako chhod na paaye?bahut gahari lagan hai,sunder rachana.

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  2. अगर तुम उनके हो गए थे, क्यों मुझको छोड़ न पाए
    " बेहद कसक भरी है इन शब्दों में .."
    regards

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  3. अगर चाहत ही थी तुमको, क्यों मुझको मोड़ न पाए ?

    अपनी सांसों की डोरी से, क्यों मुझको जोड़ न पाए ?

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  4. 18 yrs...at the age of 18 such deep thoughts.

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